Jharkhand bandh: झारखंड में हुए हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने 1 फरवरी 2024 को झारखंड बंद का आह्वान किया है। इस ब्लॉग में, हम इस समय के राजनीतिक परिस्थिति, हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी, झामुमो द्वारा किए गए बंद के आह्वान के पीछे के कारणों और इस संघर्ष के नए मोड़ को समझेंगे।
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी
पिछले हफ्ते हेमंत सोरेन को ईडी ने जमीन घोटाला से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया। इसके परिणामस्वरूप हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इस गिरफ्तारी के बाद, झारखंड में राजनीतिक स्थिति में बड़ा उथल-पुथल हुआ है।
झामुमो द्वारा झारखंड बंद का आह्वान
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए झारखंड बंद का आह्वान किया है। यह प्रदर्शन उनके विरोध में है, जिसे वह अन्य राजनीतिक दलों के साथ मिलकर कर रहे हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि झामुमो ने हेमंत सोरेन के खिलाफ अपनी आवाज उठाई है और इसे एक बड़े स्तर पर लेकर जन जागरूकता बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं।
झारखंड बंद के कारण:
- गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन: झामुमो का यह आह्वान उनके विरोध में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के खिलाफ है। यह दल चाहता है कि हेमंत सोरेन को बेगूनाह साबित किया जाए और उनकी गिरफ्तारी को नकारात्मक रूप से देखा जाए।
- आदिवासी मुद्दा: हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के पीछे जमीन घोटाले से जुड़ी मुद्दे पर झामुमो ने अपनी चिंता जताई है। वह चाहते हैं कि आदिवासी समुदाय के हित में न्यायिक कदम उठाए जाएं और गिरफ्तारी के माध्यम से उन्हें न्याय मिले।
- राजनीतिक दलों की एकता: यह प्रदर्शन झामुमो की ओर से राजनीतिक दलों की एकता को दिखाने का भी संकेत है। वे चाहते हैं कि राजनीतिक विद्रोह के माध्यम से एक सामंजस्यिक स्थिति बनाई जाए, जो उनके मुद्दों के समर्थन में हो।
नए मुख्यमंत्री का चयन
अब, हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद, राज्यपाल को नए मुख्यमंत्री का चयन करने का कठिन कार्य है। सरकार बनाने के लिए सभी विधायक राज्यपाल से मिलने के लिए राज्य भवन जा रहे हैं। वहां विधायकों की लिस्ट सौंपी जाएगी और सरकार बनाने का प्रस्ताव फिर से रखा जाएगा। इस संदर्भ में, बन्ना गुप्ता ने इस प्रक्रिया की पुष्टि की है, हालांकि जेएमएम के सभी विधायकों ने आरोप लगाया है कि राज्यपाल उनकी बात नहीं सुन रहे हैं।
चंपई सोरेन: नया मुख्यमंत्री?
विधायक दल का नेता चुने जाने वाले चंपई सोरेन को उच्च पद पर आने का मौका मिल सकता है। इससे यह स्पष्ट होता है कि चंपई सोरेन झारखंड के अगले मुख्यमंत्री बन सकते हैं। उनकी पूर्वी राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव के कारण, इस नए चुने गए मुख्यमंत्री से लोग उम्मीद कर सकते हैं कि वह राज्य को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे।

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