kab hai makar sankranti

Makar Sankranti: मकरसंक्रांति पुरे भारत और नेपाल में भिन्न रूपों में मनाया जाता है। पौष मास में जिस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है उस दिन इस पर्व को मनाया जाता है। वर्तमान शताब्दी में यह त्यौहार जनवरी माह के 14 या 15 वे दिन ही पड़ते है, इस दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है। इस वर्ष मकरसंक्रांति 15 जनवरी को आ रहा है। मकर संक्रांति के दिन ही गंगा जी भगीरथ के पीछे-पीछे चलकर कपिल मुनि के आश्रम से होते हुए सागर में जा मिली थी। कुछ मान्यताये ऐसी भी है कि इस दिन यशोदा ने श्रीकृष्ण को प्राप्त करने के लिए व्रत किया था। इस दिन गंगासागर में स्नान-दान के लिये लाखों लोगों की भीड़ होती है। लोग कष्ट उठाकर गंगा सागर की यात्रा करते हैं। वर्ष में केवल एक दिन मकर संक्रान्ति को यहाँ लोगों की अपार भीड़ होती है।

Makar Sankranti के अवसर पर बनाई जाने वाली मिठाईया

मकर संक्रांति के दिन विशेष प्रकार के आहार का आनंद लिया जाता है। खीर, तिल के लड्डू , गुड़ की मिठाई ,खिचड़ी , उरद दाल की पकोड़ी और खासकर तिल और गुड़ से सबंधित खाद्य पदार्थो को बनाकर खाया जाता है। यह सभी खाद्य पदार्थ उस समय की फसलों को दर्शाते है इसे धन की बार्शी और ख़ुशी के रूप में देखा जाता है। तिल और गुड़ से बने मीठे व्यंजन , हलवा और पीठा, इस मकर संक्रांति के देखने के लायक कुछ विशेषताए है। इस वर्ष आपके उत्सव को और अधिक विशेष बनाने के लिए आवश्यक उपहारों की एक सूची यहाँ दी गई है।

  • फिनि
  • चिक्की
  • तिल के लड्डू
  • ड्राई फ्रूट गजक
  • तिल पट्टी
  • तिरुनेलवेली हलवा
  • गुड़ चना

मकरसंक्रांति के पर्व पर क्यों उड़ाई जाती है पतंगे ?

मकर संक्रांति पर पुरे देश में पतंगे उड़ाई जाती है , इसलिए इसे पतंग पर्व भी कहा जाता है , संक्रांति पर पतंग उड़ाने का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व दोनों है , दक्षिण भारत में पौराणिक ग्रन्थ के अनुसार भगवन श्री राम ने पतंग उड़ाने की परम्परा की शुरुआत की थी , ऐसा उल्लेख मिलता है कि भगवान श्री राम ने जो पतंग उड़ाई थी ,वो इंद्र लोक में चली गई थी , इसके बाद से आज भी इस परम्परा को निभाया जा रहा है। जबकि बात करें वैज्ञानिक दृश्टिकोण की तो पतंग उड़ाने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है , पतंग उड़ाने से दिमाग और दिल का संतुलन बना रहता है ,पतंग को धुप में उड़ाया जाता है , जिससे हमारे शरीर को विटामिन -डी भरपूर मात्रा में मिलता है और स्किन से सम्ब्नधित बीमारिया नहीं होती है।

Makar Sankranti

पतंगबाज़ी का उद्दीपन

पतंगबाज़ी के प्रति रूचि :- मकर संक्रांति को पतंगबाज़ी के लिए एक श्रेष्ठ अवसर माना जाता है , और यह खासकर युवाओ और बच्चो के बीच में लोकप्रिय है।

रंगीन पतंगे :- इस त्यौहार में विभिन्न रंगीन पतंगे उड़ाने के लिए लोग तैयार रहते है। ये पतंगे विभिन्न रंगो , आकारों और डिज़ाइनो में होती है और उन्हें उड़ाने के लिए खासकर तैयार किया जाता है।

आकाशीय युद्ध :-लोग अपनी पतंगों को आसमान में उड़ाने के दौरान दूसरे पतंगबाजों के साथ मुकाबला करते है। इसे आकाशीय युद्ध काहा जाता है।

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