Annapoorani Controversy : सनातनी धार्मिक मान्यताओं को ठेस पहुंचाने के लिए, नयनतारा की नवीनतम फिल्म ‘अन्नपूर्णी’ की सोशल मीडिया पर रिलीज होने के बाद से ही जम कर आलोचना हो रही थी। विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल एवं कई हिन्दू संगठनों ने इसके मेकर्स के विरुद्ध कार्यवाही की मांग करते हुए प्रदर्शन किया एवं फिल्म को बैन करने की मांग करते हुए चिठ्ठी लिखी थी। पूर्व शिवसेना नेता -रमेश सोलंकी ने तो पुलिस कॉम्प्लैन भी किया था। सोशल मीडिया पर #bycott #Annapoorani ट्रेंड होने लगा। हमारे ग्रुप “सनातनी भारत” ने भी अपना विरोध दर्ज कराया था और इसपर एक विस्तृत रिपोर्ट भी साझा की थी।
ज़ी स्टूडियोज़ ने माफ़ी मांगी
धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया मिलने के बाद असर दिखा। इसे रिलीज होने के लगभग 10 दिनों बाद स्ट्रीमिंग plateform नेटफ्लिक्स से हटा दिया गया है। जी स्टूडियो जो कि इस फिल्म के सह-निर्माता हैं, ने चिठ्ठी लिख कर बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद से माफी मांगी।
नेटफ्लिक्स से क्यों हटा दिया गया?
यह फिल्म रिलीज होने के बाद से ही विवादों में है क्योंकि, फिल्म के एक दृश्य में भगवान राम को मांस खाने वाले के रूप में बताया गया है। सामाजिक कार्यकर्ता रमेश सोलंकी ने फिल्म के निर्माताओं, एवं अभिनेताओं पर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया और मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि, फिल्म ‘हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाती है’ और कई मामलों में ‘लव जिहाद’ को बढ़ावा देती है। इसके बाद से ही मामला तूल पकड़ता गया और लोगों ने तेजी से इसका विरोध शुरू कर दिया। असर दिखा और 10 दिनों के अंदर ही नेटफ्लिक्स को यह फिल्म अपने plateform से हटानी पड़ गई।
व्यापक विरोध प्रदर्शन
10 जनवरी 24 को इस फिल्म के खिलाफ, एक अन्य FIR (First Information Report) हिन्दू सेवा परिषद द्वारा दर्ज कराया गया। इसकी जानकारी काजल हिन्दुस्तानी के इस X-पोस्ट पर देखी जा सकती है।
असर हुआ
आज का हिन्दू जागरूक हो गया है। यह हर्ष का विषय है कि ऐसे मामलों पर आज संज्ञान लिया जा रहा है और उसका परिणाम भी सनातन के पक्ष में हो रहा है।
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