Hindi Natak "Are Sharif Log"

Sanatani Bharat के पाठकों के लिए एक विशेष रिपोर्ट – अलवर के महावर ऑडिटोरियम में रंग संस्कार थियेटर ग्रुप द्वारा “अरे शरीफ लोग” नाटक का मंचन हुआ, जिसने दर्शकों को हँसी के ठहाकों से गुदगुदा दिया। यह आयोजन अलवर रंगम 2024-25 के अंतर्गत किया गया था और नाटक ने सभी को अपने हास्य-व्यंग्य से मंत्रमुग्ध कर दिया।

“अरे शरीफ लोग” – एक मजेदार सामाजिक व्यंग्य

जयवंत दलवी द्वारा लिखित और सुनील चौहान के निर्देशन में प्रस्तुत इस नाटक की कहानी मुंबई की एक चॉल में रहने वाले चार परिवारों के इर्द-गिर्द घूमती है। चॉल में एक नई किराएदार चंदा के आगमन से सभी पुरुष किरदारों की जिंदगी उलट-पुलट हो जाती है। उसकी तरफ आकर्षित होकर वे तरह-तरह के हास्यास्पद हरकतें करने लगते हैं, जिससे उनकी पत्नियों के साथ मजेदार झगड़े होते हैं।

इस पूरे कॉमेडी ड्रामा में गोपी नाम का शरारती किरदार आग में घी डालने का काम करता है, जिससे नाटक और भी मनोरंजक बन जाता है।

कलाकारों का शानदार अभिनय

सभी कलाकारों ने अपने-अपने रोल को बेहद प्रभावी ढंग से निभाया। उनकी संवाद अदायगी, भाव-भंगिमाएँ और कॉमिक टाइमिंग ने दर्शकों को खूब हँसाया। नाटक में छुपा सामाजिक संदेश भी दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर गया – कैसे मोहकता की चकाचौंध हमारे जीवन को उलझा देती है।

दर्शकों ने खूब सराहा

नाटक के दौरान ऑडिटोरियम हँसी और तालियों से गूँजता रहा। दर्शकों ने कलाकारों के अभिनय और नाटक के संदेश की खूब प्रशंसा की।

अलवर रंगमंच 2024-25 का समापन आज

27 मार्च, विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर अलवर रंगमंच का समापन “जीना इसी का नाम है” नाटक के साथ होगा। इस नाटक में फिल्म अभिनेता राजेन्द्र गुप्ता और हिमानी शिवपुरी मुख्य भूमिकाएँ निभा रहे हैं, जबकि निर्देशन सुरेश भारद्वाज ने किया है।


विश्व रंगमंच दिवस की शुभकामनाएं!

संतानी भारत की ओर से सभी रंगकर्मियों और थिएटर प्रेमियों को विश्व रंगमंच दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं! थिएटर न सिर्फ मनोरंजन का, बल्कि समाज को सही दिशा देने का भी एक सशक्त माध्यम है।

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