किसान क्यों कर रहे है WTO का विरोध: हाल ही में, भारतीय किसानों ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) के खिलाफ अपना विरोध जताया है। उन्हें डब्ल्यूटीओ की नीतियों का विरोध करने का आरोप है। यहाँ हम देखेंगे कि इस प्रोटेस्ट के पीछे क्या कारण हैं और किसानों की मुद्दों को कैसे समझा जा सकता है।
मुख्य धारा: क्यों है किसानों का विरोध?
किसानों के अनुसार, डब्ल्यूटीओ का मुख्य उद्देश्य कृषि सब्सिडी को समाप्त करना है। वे इसे “आत्मघाती” मानते हैं। इस प्रकार के निर्देशों के पालन से भारतीय कृषि को नुकसान होगा।
प्रदर्शनकारियों के मुद्दे:
किसानों ने अपनी मांगों को उजागर किया है। उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी, कर्ज माफी, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों का लागू होना और किसानों के लिए पेंशन की मांग है।
VIDEO | Protesting farmers burnt effigy of World Trade Organization (WTO) in Haryana’s Jind earlier today, expressing their discontent with international trade policies.#FarmersProtest #FarmersProtest2024 pic.twitter.com/5FaeMEV8NA
— Press Trust of India (@PTI_News) February 26, 2024
प्रदर्शनकारियों के विरोध:
किसानों ने WTO के खिलाफ अपना विरोध जताते हुए राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गों पर अपने ट्रैक्टर खड़े किए और डब्ल्यूटीओ के पुतले जलाए।
उत्तराधिकारी कदम:
केंद्र सरकार को किसानों की मांगों का सम्मान करने की आवश्यकता है। वे किसानों के साथ सहमति से बातचीत करने के लिए उत्सुक होने चाहिए।
निष्कर्ष:
अब, समय है कि हम सभी एकसाथ आएं और किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए साथ मिलकर काम करें। यह न केवल उनकी जीवनधारा को सुधारेगा, बल्कि भारतीय कृषि को भी मजबूत करेगा।
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