Cancer कैंसर क्या है ?
कैंसर शरीर की कोशिकाओं का रोग है। ऐसा तब होता है जब कोशिकाए अनियंत्रित तरीके से बढ़ती है। कैंसर कोशिकाए ट्यूमर बना सकती है और आसपास के स्वस्थ ऊतकों पर आक्रमण कर उन्हें नष्ट कर सकती है। some of the body’s cells grow uncontrollably and spread to other parts of the body. कभी – कभी असमान्य रूप से बढ़ने वाली कोशिकाए फैलती नहीं है। इन कोशिकाओं को “सौम्य”, या खतरनाक नहीं कहा जाता है। कुछ कोशिकाए आस -पास के क्षेत्रों या शरीर के अन्य भागो में फैलती है, या फैलने में सक्षम होती है। इन कोशिकाओं को कैंसर कहा जाता है। जब कैंसर आपके शरीर के अन्य भागो में फ़ैल जाता है, तो इसे मेटास्टेसिस कहा जाता है।
कैंसर के लक्षण क्या है ?
कैंसर के शुरुआती लक्षणों में शरीर की सामान्य प्रक्रियाओं में बदलाव शामिल है, जैसे कि आपकी आंत्र आदतों में बदलाव। अन्य लक्षणों में अस्पष्टीकृत रक्तस्त्राव या गांठ का विकास शामिल हो सकता है। आमतौर पर, इन परिवर्तनों का मतलब यह नहीं है कि आपको कैंसर है। लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने डॉक्टर से मिले ताकि वे जाँच कर सके।
कैंसर के संभावित लक्षण :-
- घाव या अल्सर जो ठीक नहीं होते
- गर्दन, बगल या शरीर में कही और गांठ
- लगातार सूजन
- असामान्य योनि स्राव या रक्तस्त्राव
- तिल या त्वचा के धब्बे जिनसे खून बहता हो
- थकान
- गांठ या गाढ़ापन का क्षेत्र जिसे त्वचा के नीचे महसूस किया जा सकता है।
- वजन में परिवर्तन, जिसमे अनपेक्षित हानि या वृद्धि भी शामिल है।
- त्वचा में परिवर्तन, जैसे त्वचा का पीला पड़ना या लाल होना, घाव जो ठीक नहीं होंगे, या मौजूदा मस्सो में परिवर्तन।
- लगातार खांसी या साँस लेने में परेशानी होना।
- निगलने में कठिनाई।
- लगातार, अस्पष्टीकृत मासपेशियो या जोड़ो में दर्द।
कैंसर का कारण :-
कैंसर कोशिकाओं के भीतर डीएनए में परिवर्तन (उत्परिवर्तन) के कारण होता है। एक कोशिका के अंदर डीएनए को बड़ी संख्या में अलग – अलग जीनो में पैक किया जाता है जिनमे से प्रत्येक में निर्देशों का एक सेट होता है जो कोशिका को बताता है कि उसे क्या कार्य करना है, साथ ही कैसे बढ़ना और विभाजित करना है। निर्देशों में त्रुटियों के कारण कोशिका अपना सामान्य कार्य करना बंद कर सकती है और कोशिका कैंसरग्रस्त हो सकती है।
कैंसर के प्रमुख कारक निम्नलिखित है :-
तंबाकू खाना या सिगरेट पीना :- तम्बाकू या उससे बने उत्पाद जैसे सिगरेट, गुटखा या चुईंगम आदि का लम्बे समय तक सेवन फेफड़े या मुंह के कैंसर का कारण बन सकता है।
अल्कोहल :- लम्बे समय से शराब पीना लिवर कैंसर को बढ़ावा देता है। साथ ही शरीर के अन्य कई हिस्सों में कैंसर के खतरे को बढ़ावा देता है।
जीन :- कैंसर के लिए जीन भी एक प्रमुख कारण है। यदि परिवार में किसी को कैंसर का इतिहास है, तो इस बीमारी के होने की सम्भावना ज्यादा होती है।
वायरस :- वायरस जो कैंसर के लिए जिम्मेदार होते है उनमे हेपेटाइटिस बी और सी होते है, जो 50 प्रतिशत तक लिवर कैंसर के लिए जिम्मेदार होते है। साथ ही ह्यूमन पैपिलोमा वायरस 99.9 प्रतिशत मामलो में सर्वाइकल कैंसर के लिए जिम्मेदार होते है।
अनहेल्दी फूड्स :- अनहेल्दी फूड्स या रिफाइंड खाद्य पदार्थ, जिनमे फाइबर की मात्रा कम होती है, वो कोलन कैंसर की सम्भावना को बढ़ाते है।
एक्स रे :- बार – बार एक्स – रे करवाने के कारण भी रेडिएशन के संपर्क में आने से कैंसर होने के खतरे को बढ़ावा मिलता है।
कैंसर के स्टेज कितने होते है ?
कैंसर के ज्यादातर मामलों में ट्यूमर होता है और इन्हे गंभीरता के आधार पर स्टेज में बांटा गया है। जो निम्लिखित है :-
- स्टेज 0 :- इस स्टेज में आपको कैंसर नहीं होता है। लेकिन शरीर में कुछ असाधारण कोशिकाए मौजूद हो सकती है, जो कभी कैंसर की सम्भावन को बढ़ा सकती है।
- स्टेज 1 :- प्रथम स्टेज में कैंसर का ट्यूमर छोटा होता है। इसमें कैंसर की कोशिकाए सिर्फ एक क्षेत्र में फैली होती है।
- स्टेज 2 और 3 :- दूसरे और तीसरे स्टेज में, आपके शरीर के ट्यूमर का आकार बड़ा हो जाता है और कैंसर की कोशिकाए अपने पास के स्थित अंगो और लिम्फ नोड्स में फैलती है।
- स्टेज 4 :- चौथे चरण में कैंसर अपने आखिरी स्टेज में होता है। इसमें मेटास्टेटिक कैंसर भी कहा जाता है। यह स्टेज जानलेवा साबित हो सकता है। इसमें कैंसर दूसरे अंगो तक फ़ैल चुका होता है।
कैंसर का इलाज क्या है ?
कैंसर का इलाज उसके प्रकार, स्टेज और स्थान के आधार पर किया जाता है। यह डॉक्टर तय करते है कि आपके कैंसर के लिए कौन – सा उपचार सही है। सामान्य तौर पर कैंसर का इलाज सर्जरी, नॉन – सर्जरी, हार्मोन थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी कीमोथेरेपी और स्टेम सेल ट्रांसप्लांट इत्यादि द्वारा किया जाता है। कैंसर ट्रीटमेंट निम्नलिखित तरीको से किया जाता है :-
सर्जरी :- कैंसर के इलाज में सर्जरी द्वारा कोशिकाओं के असाधारण रूप से बढ़ने वाले हिस्से को निकाल दिया जाता है। इसे बायोप्सी तकनीक द्वारा किया जाता है, जब ट्यूमर तक आसानी से पंहुचा जा सके। यदि कैंसर दूसरे हिस्सों में नहीं फैला है तो सर्जरी बेस्ट ऑप्शन है।
रेडिएशन थेरेपी :- यह नॉन सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमे रेडिएशन थेरेपी कैंसर कोशिकाओं पर डायरेक्ट असर करती है इसमें गामा रेडिएशन की मदद से असामान्य रूप से बढ़ रही कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है।
कीमोथेरेपी :- कैंसर के इलाज के लिए कीमोथेरेपी कई चरणों में किया जाता है। इसमें विशेष प्रकार के ड्रग्स, दवा के जरिए बढ़ रही कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है।
इम्यूनोथेरेपी :- यह आपके इम्यून सिस्टम को कैंसर कोशिकाओं से लड़ने के लिए प्रबल बनती है।
हार्मोन थेरेपी :- हार्मोन थेरेपी के जरिए हार्मोन से प्रभवित कैंसर का इलाज किया जाता है। इस थेरेपी से प्रोस्टेट कैंसर और स्तन कैंसर का काफी सुधार होता है।