HOLIहोली 2024

ज्योतिष शास्त्र की मानें तो, होली के दिन घर की उत्तर दिशा में घी का दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि और शांति का योग बनता है। और तो और होलिका दहन के दिन भी इसे बहुत ही शुभ माना जाता है। होलिका दहन में, होलिका की पूजा में सरसो, तिल, सूखे गोबर के उपले, अक्षत, चीनी और गेहूं के नए दाने या गेहूं की बाली का उपयोग किया जाता है।सुख-समृद्धि और धन के लिए परिवार के प्रत्येक सदस्य को होलिका दहन में घी में भिगोई हुई दो लौंग, एक बताशा और एक पान का पत्ता अवश्य चढ़ाना चाहिए

Holi 2024 : इस वर्ष होली का त्योहार 25 मार्च 2024 सोमवार के दिन मनाया जा रहा है। होलिका दहन रविवार 24 मार्च को।

होली पर और क्या करें ?

ज्योतिषी एवं धार्मिक मामलों के विशेषज्ञों द्वारा बताये कुछ सामन्य उपाय आप भी आजमा सकते हैं।

घर के सभी सदस्यों को कच्चे सरसों का पेस्ट उबटन बनाकर अपने पूरे शरीर पर लगाना चाहिए। जो भी अशुद्धियाँ बाहर निकलती हैं उन्हें होली की अग्नि में विसर्जित कर देना चाहिए। इस अभ्यास को करने से, जादू और जादू-टोने का नकारात्मक प्रभाव समाप्त हो जाता है, जिससे समग्र शारीरिक कल्याण को बढ़ावा मिलता है।

अगले दिन नकारात्मक शक्तियों को प्रवेश करने से रोकने और सुख-समृद्धि को आमंत्रित करने के लिए घर के चारों ओर और दरवाजे पर होली की राख छिड़कें।

जौ, अरसी और कुश को गाय के गोबर में मिलाकर छोटी उपला बनाएं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि घर और उसके निवासी बुरी शक्तियों, बुरी नज़र और जादू-टोने से सुरक्षित रहें, इसे घर के मुख्य द्वार पर लटकाएँ।

रोग दूर करने के लिए जलती हुई होली की आग के चारों ओर हाथ जोड़कर तीन परिक्रमा करने की सलाह दी जाती है।

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होलिका दहन के बाद बची हुई राख को अपने माथे पर बाएं से दाएं तीन रेखाएं खींचकर सही तरीके से लगाएं, जिसे त्रिपुंड कहा जाता है। इस कृत्य से 27 देवता प्रसन्न होते हैं।

शस्त्रों में उल्लेख है कि पहली रेखा के स्वामी महादेव, दूसरी रेखा के स्वामी महेश्वर और तीसरी रेखा के स्वामी शिव हैं।

उसी तरह, होलिकाग्नि की राख का उपयोग करने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है, आज्ञा चक्र सक्रिय होता है और बुद्धि बढ़ती है।

क्या ना करें ?

1) अगर आप होलिका दहन देखने जा रहे हैं तो कभी खाली हाथ न जाएं। आप चाहें तो चावल, मालपुआ, गेहूं की बालियां, गोबर के उपले आदि लेकर होलिका की अग्नि में अर्पित कर दें। प्रसाद के रूप में गेहूं की एक बाली ग्रहण की जा सकती है।

2) होलिका दहन के दिन किसी से कर्ज न लें, इससे आर्थिक परेशानियां बढ़ सकती हैं।

3) होलिका दहन के समय अपने घर का कूड़ा-कचरा होलिका की अग्नि में न डालें. शास्त्रों में ऐसा करना शुभ नहीं माना गया है।

4) अगर आप होलिका दहन देखने जा रहे हैं तो महिलाएं अपने बाल खुले न रखें. दरअसल, ऐसा माना जाता है कि होलिका दहन के दिन नकारात्मक शक्तियां अधिक प्रभावी होती हैं।


5) होली का दिन और रात तांत्रिक साधना के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। ऐसा माना जाता है कि होली पर किए गए उपाय जल्द ही सिद्ध होते हैं। इसका फल भी व्यक्ति को जल्दी मिलता है। होली का त्योहार फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है।

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