रूबा बनी रूबी: इस्लाम छोड़ अपनाया सनातन धर्म, राजेश संग रचाई शादी
उत्तर प्रदेश के बरेली में एक मुस्लिम युवती रूबा ने अपने प्रेमी राजेश से विवाह करने के लिए इस्लाम धर्म छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया। धार्मिक और सामाजिक चुनौतियों के बावजूद, रूबा ने अपने निर्णय पर अडिग रहते हुए हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह किया।Bharat Express Hindi
प्रेम की शुरुआत और धर्म परिवर्तन
राजेश, जो बरेली के शाही इलाके के निवासी हैं, एक वर्ष पूर्व अलीगढ़ गए थे, जहां उनकी मुलाकात रूबा से हुई। दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई और समय के साथ यह संबंध प्रेम में बदल गया। धर्म के अंतर के कारण परिवारों की असहमति के बावजूद, रूबा ने स्वेच्छा से इस्लाम धर्म त्यागकर सनातन धर्म अपनाने का निर्णय लिया। धर्म परिवर्तन के बाद उन्होंने अपना नाम रूबी रखा।Bharat Express Hindi
वैदिक रीति-रिवाजों से विवाह
रूबी और राजेश का विवाह बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम में पंडित के के शंखधार द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के बीच संपन्न हुआ। विवाह से पूर्व, रूबी का गौमूत्र और गंगाजल से शुद्धिकरण किया गया, जिसके बाद उन्होंने हिंदू धर्म की परंपराओं का पालन करते हुए अग्नि के सात फेरे लिए।Bharat Express Hindi+1Dainik Bhaskar+1
रूबी की भावनाएं
रूबी ने बताया कि वह बालिग हैं और अपने निर्णय स्वयं ले सकती हैं। उन्होंने कहा, “मुझे हिंदू धर्म पसंद है। इस्लाम में तीन तलाक और हलाला जैसी प्रथाएं हैं, जो मुझे स्वीकार नहीं। हिंदू धर्म में महिलाओं को देवी माना जाता है और विवाह को सात जन्मों का बंधन समझा जाता है। मैं अपनी मर्जी से बरेली आई हूं और किसी ने मुझे मजबूर नहीं किया।”Bharat Express HindiDainik Bhaskar+1Bharat Express Hindi+1
सुरक्षा की चिंता
रूबी ने अपनी जान को खतरा बताया है, उन्हें डर है कि उनके परिवार वाले उनकी हत्या कर सकते हैं। इसलिए उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है।Bharat Express Hindi
यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि व्यक्तिगत स्वतंत्रता और धार्मिक विश्वास के बीच संतुलन बनाना कितना महत्वपूर्ण है। रूबी और राजेश की कहानी उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो समाजिक बाधाओं के बावजूद अपने जीवन के निर्णय स्वयं लेते हैं।
स्रोत: Organiser