Bharat Ratna: मोदी सरकार ने बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी के बाद पूर्व पीएम नरसिम्हा राव पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह और वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न देने की घोषणा की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट कर यह जानकारी दी।
नियमानुसार एक साल में अधिकतम तीन लोगों को ही भारत रत्न से सम्मानित किया जा सकता है। इस साल 2024 में भारत रत्न के लिए पांच लोगों के नाम की घोषणा की गई है। हो सकता है इस साल सरकार ने नियमों में कुछ बदलाव किए हों या फिर इन 5 हस्तियों में से कुछ को 2024 से पहले के किसी वर्ष में सम्मानित करने का फैसला किया हो, ये फिलहाल स्पष्ट नहीं है। इस से पहले 1999 में, अटल बिहारी जी के कार्यकाल में 1 वर्ष में सबसे ज्यादा 4 भारत रत्न दिए जा चुके हैं।
चौधरी चरण सिंह
चौधरी चरण सिंह (23 दिसंबर 1902 – 29 मई 1987) वह भारत के किसान राजनेता एवं पाँचवें प्रधानमंत्री थे। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भी अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने भारतीय राजनीति में भी अपनी अमिट छाप छोड़ी । उन्हें भारत के उच्चतम न्यायालय के चीफ जस्टिस के रूप में भी नियुक्त किया गया था। एक जुलाई 1952 को यूपी में उनके बदौलत जमींदारी प्रथा का उन्मूलन हुआ और गरीबों को अधिकार मिला था ।
पी वी नरसिम्हा राव
पामुलापति वेंकट नरसिंह राव का जन्म- 28 जून 1921, तथा मृत्यु- 23 दिसम्बर 2004 को हुई। इन्हे हम भारत के 09 वें प्रधानमंत्री के रूप में जानते हैं। ‘लाइसेंस राज’ की समाप्ति और भारतीय अर्थनीति में खुलेपन में उनका सबसे प्रमुख योगदान रहा है। अपने दौर में उन्होंने देश को आर्थिक भंवर से बाहर निकाला।
मनकोम्बु संबासिवन स्वामिनाथन
M. S. Swaminathan का जन्म: 7 अगस्त 1925, तथा मृत्यु 28 सितंबर 2023 को हुई । यह भारत के एक महान आनुवांशिक वैज्ञानिक थे। इन्हें हरित क्रांति का जनक माना जाता है। इन्होंने सन 1966 में गेंहू के बीजों को मिला कर एक उच्च उत्पादकता वाले संकर बीज को विकसित किया था। पंजाब की घरेलू किस्मों के बीज के साथ मेक्सिको की उच्च उत्पादकता वाले बीज को मिलकर ये संकर बीज विकिसित किए। उन्हें विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में पहले भी भारत सरकार द्वारा सन 1972 में पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है।