शंकराचार्य : आज चैत्र नवरात्रि का शुभ दिन है, जो माँ दुर्गा की पूजा के लिए समर्पित है। इस दिन सच्ची श्रद्धा के साथ माता रानी की पूजा करने वालों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इसी शुभ अवसर पर आध्यात्मिक नेता शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने गाय को ‘राष्ट्रमाता’ घोषित करने का संकल्प लिया है।
उन्होंने कहा, “इस साल हमने गाय को ‘राष्ट्रमाता’ घोषित करने का संकल्प लिया है। हम गोहत्या को दंडनीय अपराध बनाने की दिशा में काम करेंगे। गाय हमारी संस्कृति और धर्म का अभिन्न अंग है। गाय को माता का दर्जा देना हमारा कर्तव्य है।”
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शंकराचार्य जी ने आगे कहा, “गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने से न केवल गायों की सुरक्षा होगी, बल्कि इससे हमारी संस्कृति और धर्म को भी मजबूती मिलेगी। यह एक ऐसा कदम होगा जो सभी भारतीयों को एकजुट करेगा।”
शंकराचार्य वीडियो
#WATCH | Varanasi, UP: Spiritual leader Shankaracharya Avimukteshwaranand Saraswati speaks on the Hindu New Year, beginning today from the first day of Chaitra month of the Hindu calendar.
— ANI (@ANI) April 9, 2024
He says, "… This year we have made a resolution to declare cow as 'Rashtra Mata'. We… pic.twitter.com/yX71JB06ei
यह पहली बार नहीं है जब किसी आध्यात्मिक नेता ने गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग की है। इससे पहले भी कई संतों और महात्माओं ने यह मांग उठाई है।
यह देखना बाकी है कि क्या सरकार इस मांग को स्वीकार करती है और गाय को राष्ट्रमाता घोषित करती है।
इस संकल्प के कुछ महत्वपूर्ण पहलू:
- गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा देना
- गोहत्या को दंडनीय अपराध बनाना
- भारतीय संस्कृति और धर्म को मजबूत करना
- भारतीयों को एकजुट करना
यह संकल्प निश्चित रूप से एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और आने वाले समय में इस पर काफी बहस हो सकती है।
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