जम्मू-कश्मीर : मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.7 मापी गई। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप शाम 4:44 बजे आया। भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग घरों, दफ्तरों और दुकानों से बाहर निकल आए। अभी तक किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।
इससे पहले, किश्तवाड़ जिले में शुक्रवार को दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। दोनों भूकंपों का केंद्र किश्तवाड़ में ही था। शुक्रवार रात 11:01 बजे 3.2 तीव्रता का भूकंप आया। इसका केंद्र सतह से 10 किलोमीटर नीचे था। इससे पहले शुक्रवार शाम 5:20 बजे 3.8 तीव्रता का भूकंप आया था।
Earthquake of Magnitude:3.7, Occurred on 09-04-2024, 16:44:04 IST, Lat: 33.31 & Long: 76.72, Depth: 10 Km ,Location: Kishtwar, Jammu and Kashmir, India for more information Download the BhooKamp App https://t.co/OyxfU1E2t5@Indiametdept @ndmaindia @Dr_Mishra1966 @KirenRijiju pic.twitter.com/15BTbcyQ3W
— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) April 9, 2024
भूकंप क्यों आते हैं?
धरती के अंदर हमेशा उथल-पुथल मची रहती है। धरती के अंदर मौजूद प्लेटें आपस में टकराती रहती हैं, जिसके कारण हर साल भूकंप आते हैं।
पृथ्वी की चार प्रमुख परतें हैं: इनर कोर, आउटर कोर, मेंटल और क्रस्ट। जानकारी के अनुसार, पृथ्वी के नीचे मौजूद प्लेटें घूमती रहती हैं, और जब वे आपस में टकराती हैं, तो पृथ्वी की सतह के नीचे कंपन शुरू होता है। जब ये प्लेटें अपनी जगह से खिसकती हैं, तो भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं।
भूकंप की तीव्रता
रिक्टर पैमाने पर 1 से 10 तक की संख्या होती है। 1 से 3 तक की तीव्रता वाले भूकंप आमतौर पर कम महसूस किए जाते हैं। 4 से 7 तक की तीव्रता वाले भूकंप तीव्र महसूस किए जाते हैं और क्षति का कारण बन सकते हैं। 7 से अधिक तीव्रता वाले भूकंप विनाशकारी हो सकते हैं।
हमें भूकंप के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए और आपातकालीन योजना बनानी चाहिए। भूकंप आने पर हमें शांत रहना चाहिए और सुरक्षित स्थान पर जाना चाहिए।
Join करें हमारा व्हात्सप्प ग्रुप (WhatsApp Group)