india out modi

PM Modi: अभी हाल ही में PM Modi ने Lakshadweep की ट्रिप की और सोशल मीडिया पर वहाँ की तस्वीरें साझा की | विपक्षी दल तो इस ट्रिप को मोदी जी का सैर-सपाटा प्रूव करने में लगे हुए हैं, पर इस ट्रिप से एक बड़ा राजनैतिक और कूटनीतिक खेल बनता हुआ नजर आ रहा है।

क्या है खेल ?

मालदीव के नए राष्ट्रपति, मोहम्‍मद मुइज्‍जू ने राष्‍ट्रपति बनने के तुरंत बाद, से ही भारत के खिलाफ जहर उगलना शुरू कर दिया । इसके पूर्व मालदीव के सभी नए राष्‍ट्रपति सबसे पहले भारत आते थे परंतु ये भाईशाब तुर्की चले गए। उसके बाद चीन के साथ दोस्ती, भारत के दुश्मनों के साथ इकरार करनी शुरू कर दी। मालदीव के राष्‍ट्रपति ने कई ऐसे काम किए जो भारत विरोधी थे। जब बात देश, की हो तो , जवाब देना तो बनता है, तो लीजिए बिना किसी डायरेक्ट संदेश के पीएम नरेंद्र मोदी पहुच गए लक्षद्वीप। मालदीव से सटे भारत के लक्षद्वीप पर उन्होंने तैराकी की और वहाँ की अद्भुत तस्‍वीरें शेयर कर लोगों से अपील किया कि लक्षद्वीप घूमने आइए। मोइज्‍जू को इन्डरेक्टली कड़ा संदेश दे दिया की भारत के लोग यदि मालदीव घूमने नहीं जाएंगे तो वहाँ की ईकानमी का क्या हाल होगा। https://twitter.com/narendramodi/status/1742831481775632552/photo/2

PM Modi का मास्टर स्ट्रोक - मालदीव से चीन तक हिल गया।

आइए संक्षेप में समझते हैं ?

लक्षद्वीप एक सुंदर स्थान है जो धरती का स्वर्ग बन सकता है और पर्यटकों के लिए एक रोमांटिक गतिविधि का केंद्र हो सकता है, लेकिन इसे यहाँ पहुंचना थोड़ा कठिन है। यहाँ की यात्राओं पर कई प्रकार के प्रतिबंध होते हैं, विभिन्न पाबंदियां होती हैं और प्रोसेसेस काफी ज्यादा बोझिल हैं, जिससे इसे अब तक एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में प्रमोट नहीं किया गया था। पर अब मामला बदलने वाला है। आंकड़ों से पता चलता है कि 2022 में लक्षद्वीप में 1,00,000 विदेशी यात्री आए थे। यह एक बड़ी वृद्धि है क्योंकि 2021 में केवल 4,000 से ज्यादा यात्री थे। यहाँ के घरेलू पर्यटकों की संख्या भी कम है, लेकिन प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी की स्नॉर्कलिंग, सफेद रेत पर चलने और विशाल नीले समुद्र के सामने समुद्र तट पर आराम करते हुए की गई तस्वीरें भारत में वायरल हो गई हैं, जिससे Google सर्च में “लक्षद्वीप” की खोज में बढ़ोतरी हुई है।

मालदीव की ईकानमी ? (PM Modi )

मालदीव, हिंद महासागर में लुभावने मूंगा द्वीपों का एक द्वीपसमूह है। यहाँ की ईकानमी पर्यटन, मछली पकड़ने और शिपिंग के आसपास घूमती है। चीन, मालदीव की रणनीतिक भौगोलिक स्थिति के कारण, इसे अपने समुद्री मार्गों के लिए इस्तेमाल करता है। पर्यटन यहाँ का सबसे बडा उद्योग है, जो देश की जीडीपी में 28% का महत्वपूर्ण योगदान देता है और विदेशी मुद्रा प्राप्तियों में 60% से अधिक का योगदान देता है। मालदीव की अर्थव्यवस्था का विकास पथ इसके पर्यटन क्षेत्र की सफलता से जुड़ा हुआ है।

मालदीव का आर्थिक परिदृश्य ? (PM Modi )

मालदीव सरकार के कर राजस्व का 90% से अधिक हिस्सा आयात शुल्क और पर्यटन से संबंधित करों से प्राप्त होता है। किसी एक क्षेत्र पर यह भारी निर्भरता देश के आर्थिक लचीलेपन की कहानी कहती है। पर्यटकों की लगातार आमद और उनकी खर्च करने की आदतें सरकार के लिए आय का एक विश्वसनीय स्रोत हैं। एक तरह से कहा जा सकता है कि पर्यटन उद्योग द्वारा ही यहाँ की संचालित प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद में असाधारण वृद्धि हुई है। परंतु, एक ही क्षेत्र पर भारी निर्भरता और बाहरी देशों का हस्तक्षेप, विशेषकर चीन का प्रभाव, मालदीव के भविष्य की आर्थिक स्थिरता के लिए कैसा होगा, आप समझ सकते हैं। PM Modi द्वारा मास्टर स्ट्रोक ये रहा की यहाँ के पर्यटन पर ही चोट कर दी।

असर क्या हुआ ?

2 और 3 जनवरी को, जब प्रधान मंत्री मोदी द्वीप पर थे, लोग नए यात्रा गंतव्य को गूगल करने में व्यस्त हो गए थे। लोगों की दिलचस्पी में एक बड़ी वृद्धि हुई है और उन्होंने लक्षद्वीप कैसे जाएं, इसे खोजने में बहुत रुचि दिखाई। बुधवार को ‘लक्षद्वीप’ भारत में गूगल पर नौवां सबसे ज्यादा खोजा जाने वाला शब्द था। उस दिन को देखते हुए, लक्षद्वीप के बारे में 50,000 से ज्यादा गूगल सर्चेस हुईं।

मोदी ने लक्षद्वीप में इस दौरान कई विकासात्मक परियोजनाओं का उद्घाटन किया और द्वीपकी सुंदरता का आनंद लिया। उन्होंने यहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य को देखकर यात्रियों से इसे अनुभव करने की प्रेरणा दी। इससे लक्षद्वीप की प्रमोशन में एक नई दिशा मिल सकती है और कई और लोग इसे अपने यात्रा गंतव्य के रूप में चुन सकते हैं।

पहले भी ऐसा हुआ है?

2018-19 में मलेशिया ने भी कुछ ऐसा ही किया था, उसने कश्मीर पर अनाप-शनाप बोलना बोलना शुरू किया, उसी समय तुरंत भारत ने एक्शन लिया और मलेशिया से पॉम ऑयल की आयात पर प्रतिबंध लगा दी । महीने भर के अंदर मलेशिया को अपनी औकात पता चल गई।

तो दोस्तों यदि आपकी भी प्लान कहीं घूमने जाने का बन रहा हो तो – हो आइए लक्षद्वीप से एक बार। कमेन्ट में बताइए कैसा लगा ये मास्टर स्ट्रोक PM Modi ka.

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PM Modi का मास्टर स्ट्रोक - मालदीव से चीन तक हिल गया।