आज, विकसित भारत विकसित बिहार कार्यक्रम में भाग लेने मोदी जी पहुचे – बेतिया, बिहार, कार्यक्रम के दौरान उन्हे GI tag प्राप्त मिरचा चिउडा भेंट किया गया। चिउडा जिसे पूरे भारत में बड़े शौक के साथ खाया जाता है कई नामों से जाना जाता है। पोहा, चुडा, चिवुडा,चिउड़ा, चिउरा, चिरवा, चुरवा इत्यादि इसके कुछ प्रचलित नाम हैं।

मिरचा चिउड़ा

बेतिया के कार्यक्रम में मोदीजी चिवडा लेते हुए।

क्या है GI Tag ?

GI टैग या “जीआई टैग” (Geographical Indication Tag) एक प्रकार की पहचान है जो किसी विशेष क्षेत्र या स्थान के उत्पादों की विशेषता और मान्यता को बढ़ावा देने के लिए प्रयोग होता है। इसका उपयोग किसी क्षेत्र के विशेष उत्पादों की मांग और प्रतिष्ठा को बढ़ाने में किया जाता है, जिससे उनकी बेचने की कीमत बढ़ जाती है और उत्पादकों को अधिक लाभ प्राप्त होता है। जैसे दार्जिलिंग में बनने वाली चाय/टी बहुत फेमस है, तो सरकार ने उसे GI टैग दे दिया, इस से इस चाय का महत्व बढ़ गया। इस टैग के अंतर्गत विभिन्न उत्पाद जैसे कि खाद्य आइटम, वस्त्र, हस्तशिल्प उत्पाद आदि को रखा जाता है, जो किसी विशेष क्षेत्र के विशेष गुणवत्ता, उत्पादन प्रक्रिया, या स्थानिक परंपरा के आधार पर पहचाना जाता है। GI टैग की प्राप्ति उत्पादकों के लिए उनके उत्पाद की पहचान और अधिकार को सुनिश्चित करने का एक माध्यम भी होती है। इसका उपयोग खासकर उत्पादों की गुणवत्ता, प्रसिद्धि, और बाजार में उत्पाद की स्थिति को सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है। भारत में भी अनेक उत्पाद जैसे कि बनारसी साड़ी, अलवर का मवा, कसूरी मेथी, बासमती चावल आदि को जीआई टैग से सम्मानित किया जा चुका है।

क्यों है खास मिरचा चिउडा ?

असल में बिहार के मर्चा धान को 2023 में ही GI Tag मिल गया था। सिर्फ पश्चिमी चंपारण जिले में पैदा होने वाले इस चावल से विश्व प्रसिद्ध मिरचा चिवडा बनता है। मर्चा धान एक स्वदेशी सुगंधित प्रजाति का चावल पैदा करता है, जिसका आकार काली मिर्च या छोटी पहाड़ी मिर्ची के बराबर होता है। इसी मिर्ची का आकार होने के कारण इसका नाम “मर्चा धान” पड़ गया। इस धान की खेती पश्चिमी चंपारण जिले के 18 ब्लॉक में से मैनाटांड़, गौनाहा, नरकटियागंज, रामनगर, चनपटिया यानी सिर्फ 6 ब्लॉक में ही की जाती है। याने कि सिर्फ चंपारण जिले में ही इसका उत्पादन होता है और अब GI टैग मिलने के बाद इसके निर्यात में काफी वृद्धि देखने को मिल रही है।

PM Modi in Bettiah, बिहार में प्रधान मंत्री मोदी का सम्बोधन: विकास परियोजनाएँ और बिहार की समृद्धि के लिए योजनाएँ।

क्या मिला इस बार बेतिया को ..

इस बार, प्रधानमंत्री मोदी ने बेतिया शहर को तीन बड़े वादे दिए। पहला बेतिया रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन के रूप में विकसित करने की बात कही। दूसरी बात हुई सिटी गैस पाइप आपूर्ति योजना को जल्द से जल्द शुरू करना और तीसरी बात बेतिया के रोड को फोरलेन बाइपास रोड बनाना। इसके अलावे आज उन्होंने रक्सौल-जोगबनी के लिए नई ट्रेन को यही से झंडी दिखाई।