दोस्तों, आधुनिक जीवनशैली और अनियमित खानपान के कारण, डायबिटीज (मधुमेह ) आजकल एक बड़ी समस्या बन गई है। यह गंभीर बीमारी न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, बल्कि मानसिक और सामाजिक जीवन को भी प्रभावित कर सकती है। परंतु, उचित आहार, नियमित व्यायाम, और नियमित चिकित्सा, ये सभी डायबिटीज के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। एक स्वस्थ जीवनशैली का पालन करके, हम डायबिटीज जैसी गंभीर समस्या से निपट सकते हैं। तो आइए दोस्तों इस पोस्ट में हम संक्षेप में समझते हैं कि
1. मधुमेह क्या है ?
2. मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए आहार कैसे लें?
3. लाइफ स्टाइल में क्या बदलाव लाएँ हम ?
मधुमेह क्या है ?
मधुमेह एक जीवन भर रहने वाली स्थिति है जिसके कारण आपके रक्त शर्करा का स्तर बहुत अधिक हो जाता है। रक्त में शर्करा को ग्लूकोज के रूप में भी जाना जाता है, यह आपके शरीर की ऊर्जा का मुख्य स्रोत है। यह आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन से आता है, विशेष रूप से ब्रेड और आलू जैसे कार्बोहाइड्रेट्स से। मधुमेह वाले व्यक्ति में, उनका शरीर ग्लूकोज को अवशोषित नहीं कर पाता है क्योकि उनके इन्सुलिन में कोई समस्या होती है। जैसे :
- उनकी कोशिकाए ऊर्जा के लिए ग्लूकोज का उपयोग नहीं करती है।
- अप्रयुक्त ग्लूकोज उनके रक्त में रहता है और बनता रहता है।
- अतिरिक्त ग्लूकोज उनकी धमनियों को नुकसान पंहुचा सकता है।
- यदि उनकी धमनिया क्षतिग्रस्त हो जाती है, तो इससे उनमे ह्रदय सबंधी रोग विकसित होने का खतरा बढ़ सकता है।
मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए आहार
मधुमेह को लेकर बहुत सारी गलत धारणाएं भी है, बहुत लोग मानते है कि डायबटीज में कम खाना चाहिए, जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है, डायबटीज के इलाज के लिए हेल्दी डाइट लेना बहुत जरुरी है। मधुमेह के लिए भोजन में कार्बोहाइड्रेट, सब्जिया, फल, प्रोटीन कम वसा वाले दूध से बने खाद्य पदार्थ और बहुत सारे फाइबर के सही मिश्रण के साथ भोजन करना उचित है।
जंक फ़ूड स्वादिष्ट होते है, लेकिन, उनमे कैलोरी और फैट की मात्रा अधिक होती है मधुमेह रोगियों को इस तरह के खाद्य पदर्थो से बचना चाहिए क्योकि वे ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकते है। डायबटीज़ में आहार के लिए ऐसे बहुत से खाद्य पदार्थ है जिनमे उच्च पोषण मूल्य होते है, और डायबटीज रोगी उनका सेवन कर सकते है।
Good Bye Pimples: 5 घरेलू तरीके से हटाए मुंहासे “101%”
सुबह का नाश्ता
मधुमेह रोगियों को अपने दिन की शुरुआत हेल्दी ब्रेकफास्ट से करनी चाहिए जैसे कि :
- सब्जियों से बना उपमा।
- बेसन या मूंग का चीला।
- ओट्स, साबुत गेंहू या ब्रॉउन राइज से पकी हुई, उबली हुई इडली।
- प्याज, खीरे और टमाटर के साथ स्प्राउट्स।
- मल्टीग्रैन ब्रेड के साथ मधुमेह के रोगी उबले हुए अंडे खा सकते है।
दोपहर का भोजन
संतुलित भोजन मधुमेह के हानिकारक प्रभावों को कम करता है। लंच के समय रोटी, दाल, सब्जी और दही से युक्त भोजन का बहुत लाभ होता है, खासकर तब जब इसे स्वस्थ सामग्रियों के साथ बदल दिया जाता है।
- अनाज : गेंहू के बजाय, जई या ज्वार के आटे की रोटी का इस्तेमाल करे। अगर आप चावल के शौक़ीन है, तो ब्रॉउन चावल खाए जो फाइबर से भरपूर होता है। सफ़ेद चावल ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकते है।
- दाल : दाल, दही या दूध जैसे प्रोटीन का एक स्रोत चुने।
- सब्जियां : पालक, फूलगोभी, ब्रोकोली, मटर, सलाद अदि जैसे फाइबर से भरपूर सब्जिया खाये। सलाद की मात्रा को ज्यादा रखे।
- वसा : ओमेगा 3 अच्छे वसा का एक वर्ग है, जिसकी आपके शरीर को जरूरत होती है। खाना पकाने के लिए स्वस्थ तेल का उपयोग करे जैसे कि अलसी का तेल, कैनोला तेल और सरसो का तेल, इत्यादि।
- फाइबर: मधुमेह आहार में फ्लेक्ससीड्स (अलसी का बीज), चिया सीड्स, नट्स और पत्तेदार सब्जियों का सेवन करे, जिसमे फाइबर शामिल हो।
5 Vitamins That Can Cause Hair Fall : 5 विटामिन है जिम्मेदार
रात का भोजन
दोपहर के भोजन के सामान, रात के भोजन में भी अनाज, सब्जिया और सलाद का इस्तेमाल करे। सूप, दाल या दही को शामिल करना न भूले। रात का भोजन जल्दी करे, सोने से कम से कम 2 घंटे पहले। रात के खाने के लगभग 2 घंटे बाद आप एक गिलास लो फैट मिल्क का सेवन कर सकते है। यह हाइपोग्लाइसीमिया को नियंत्रण में रखने में सहायता करेगा।
Know More on : आखिर क्यों होता है “Hair Fall” क्या है असली वजह ? जानें !
मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए लाइफ स्टाइल में क्या बदलाव लाएँ हम ?
लाइफ स्टाइल में बस यह बदलाव लाएँ- रोज नियमित रूप से 2-3 घंटे एक्सर्साइज़ करें। नीचे कुछ आसनों और एक्सर्साइज़ के नाम दिए हुए हैं।
स्पाइनल ट्विस्ट :- स्पाइनल ट्विस्ट पेट के निचले हिस्से अंगो को स्टिम्युलेट करता है जो ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद कर सकते है। इसके साथ ही यह रीढ़ की हड्डियों में हुए अकड़न और दर्द के लिए बेहद फायदेमंद होता है। साथ ही साथ पीठ और कमर के हिस्सों को भी फायदा पहुंचाता है आपके पाचन क्रिया में मूवमेंट पैदा करता है और उन्हें पूरी तरह रिलैक्स रहने में मदद करता है।
धनुरासन :- धनुष मुद्रा डायबटीज की स्थिति में प्रभावी रूप से काम करती है इस योग का अभ्यास पेट की मांसपेशियों को भी आराम पहुंचाता है। यह एक बेहतरीन स्ट्रेस बस्टर है और थकान से भी राहत प्रदान करता है।
पश्चिमोत्तानासन :- यह आसन आपके पेट व पैल्विक फ्लोर को टोन करता है, और डायबटीज की स्थिति में कारगर हो सकता है।
5 ways to get rid of dandruff:घरेलु उपाय से करे डैन्ड्रफ खतम
बालासन :- यह अभ्यास आपके शरीर को आराम पहुंचाता है इसके साथ ही यह इन्सुलिन प्रोड्यूसिंग बीटा सेल्स के प्रोडक्शन को बढ़ावा देता है। इतना ही नहीं यह गर्दन के दर्द से राहत प्रदान करता है साथ ही तनाव और थकान में भी मददगार होता है।
सूर्यनमस्कार :- योग मुद्राओ के ये 12 स्टेप्स शरीर को पंप कर ब्लड सर्क्युलेशन में सुधार करने में मदद करता है और डायबटीज के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते है।
सेतु बंधासन (ब्रिज पोज) :- ये मुद्रा पाचन में सुधार करने में मदद करती है, पेट के अंगो की मालिश करती है और थायरॉयड और अग्नाशय को ट्रिगर करती है।
अनुलोम विलोम प्राणायाम :- ये योग नर्व सिस्टम को बैलेंस करने, स्ट्रेस को काम करने और लंग्स फ़ंक्शंनिंग में सुधार करने में मदद करता है।
शवासन :- ये योग के आखिर में किया जाने वाला रिलैक्सेशन योग है, जो मन को शांत करने और तनाव को कम करने में मदद करता है और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में मदद करता है।
डायबिटीज एक गंभीर समस्या है, लेकिन सही जानकारी और स्वस्थ जीवनशैली के साथ, हम इससे निपट सकते हैं। सावधानी और नियमित चिकित्सा से, हम स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकते हैं। याद रखें, अच्छे स्वास्थ्य का सबसे बड़ा खजाना है अपने स्वास्थ्य पर समय और ध्यान देना।
Join करें हमारा व्हात्सप्प ग्रुप (WhatsApp Group)
हमारे Telegram ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करें।