उदयनिधि स्टालिन के ‘सनातन धर्म’ के विरोधी बयान ने देश में विवाद पैदा किया है। उदयनिधि स्टालिन ने कहा “सनातन मलेरिया और डेंगू की तरह है और इसलिए इसे समाप्त करने का प्रयास किया जाना चाहिए, न कि इसका विरोध किया जाना चाहिए।” उन्होने इस टिप्पणी को चेन्नई में आयोजित एक लेखक सम्मेलन में कहा था। तमिलनाडु के मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के पुत्र उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों के साथ तुलना की, जिसका लगातार विरोध किया जा रहा है। इन टिप्पणियों ने सोशल मीडिया पर व्यापक प्रतिक्रिया पैदा की, और कई लोगों ने तमिलनाडु के मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की।
पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने भी इसकी कड़ी शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि वो इसका रिप्लाई अच्छे तरीके से करेंगे अपने आगे आने वाली सभा में। सनातन सबसे प्राचीन है और सभी धर्मों का पिता है, ऐसा कहने वाले पंडित शास्त्री ने ये भी कहा कि पहले भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित कराना है फिर भारत को अखंड भारत बनाना है।