Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- “अगर किसी बदमाश ने बेटी को छेड़ने का प्रयास किया, किसी की इज्जत पर हाथ डाला या फिर चोरी डकैती जैसी वारदात को अंजाम दिया तो अगले चौराहे पर राम नाम सत्य होगा।”
आज अपने X-अकाउंट पर एक विडिओ शेयर करते हुए योगीजी ने लिखा – “अगर किसी ने किसी बेटी को छेड़ने का प्रयास किया…” वीडियो में योगीजी संत कबीर नगर जनपद के बारे में एक सभा का सम्बोधन करते दिख रहे हैं। इस वीडियो में योगी जी ने वहाँ मेडिकल कॉलेज बनाने की बात कही। नया बस स्टेशन बनाने की बात की और कहा_ जहां इतनी सुविधाएं होंगी वहाँ तो सुरक्षा की भी तो जरूरत होगी, तो उसी के लिए ICCC – Intigrated Command & Control Center बनाए जाएंगे।
क्या है ये इन्टीग्रेटेड कमांड एण्ड कंट्रोल सेंटर।
इन्टीग्रेटेड कमांड एण्ड कंट्रोल सेंटर में सीसीटीवी कैमरों का उपयोग करके जिलों और शहरों में प्रमुख चौराहों की निगरानी के लिए एक एकीकृत कमांड सेंटर की स्थापना की जाएगी। इसी सेंटर से प्रत्येक प्रमुख चौराहे और गलियों की निगरानी की जाएगी और अगर कोई महिलाओं से दुर्व्यवहार करने, किसी को नुकसान पहुंचाने या चोरी जैसे अपराध करने की कोशिश करेगा तो वह आसानी से बच नहीं पाएगा। अगले चौराहे पर अपराधी के पहुंचने से पहले ही पुलिस उन्हें पकड़ लेगी, और उनका राम नाम ।।
इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर (आईसीसीसी) सिर्फ स्मार्ट गवर्नेंस के बारे में नहीं है; इससे अपराधी भी घबराएंगे । विभिन्न विभागों को जोड़कर, यह सूचना साझाकरण और समन्वय में सुधार करेगा । जिससे गलत काम करने वालों को पकड़ना आसान हो जाएगा।
क्या फायदे हो सकते हैं ?
- वास्तविक समय की निगरानी: हजारों कैमरे और सेंसर पूरे शहर पर नज़र रखेंगे, जिससे अपराधियों के लिए छिपना मुश्किल हो सकता है।
- तेजी से प्रतिक्रिया: संदिग्ध गतिविधियों की पहचान होने पर आईसीसीसी तुरंत संबंधित विभागों को सूचित करता है। इससे त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित होती है, जिससे अपराधियों के बच निकलने की संभावना कम हो जाती है।
- आपराधिक गतिविधियों का विश्लेषण: एकत्र किए गए डेटा का अध्ययन करके अपराधियों के पैटर्न और स्थानों का पता लगाया जा सकता है, अपराधों को रोका जा सकता है और अपराधियों को पकड़ा जा सकता है।
आम जनता के लिए, इससे कई लाभ मिलते हैं
- बेहतर सुरक्षा: आईसीसीसी की निगरानी से अपराध दर कम हो रही है, जिससे लोग सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। महिलाओं और बच्चों को भी बेहतर सुरक्षा का अनुभव हो रहा है।
- यातायात प्रबंधन: आईसीसीसी ट्रैफिक जाम की निगरानी करता है और ट्रैफिक पुलिस को सूचित करता है, जिससे यातायात को सुचारू रूप से चलाने में मदद मिलती है और लोगों का समय बचता है।
- कुशल शासन: आईसीसीसी विभागों के बीच समन्वय बढ़ाता है, जिससे शासन अधिक कुशल और जवाबदेह बनता है। इससे जनता को बेहतर सेवाएँ मिलती हैं।
निष्कर्षतः, सीएम योगी की यह पहल सिर्फ अपराधियों के लिए एक चेतावनी नहीं है, बल्कि अपने राज्य वासियों के लिए एक सुरक्षित और अधिक कुशल उत्तर प्रदेश की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
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